आप मोबाइल और कंप्यूटर को खरीदते समय सबसे पहले उसकी specification को check करते है. जैसे कितना RAM हे, कोंसा प्रोसेसर है. लेकिन क्या सचमुच आपको प्रोसेसर क्या है? इसकी knowledge पता है. अगर नहीं तो इस लेख में what is processor in Hindi के बारे में विस्तृत से जानकारी दी जायेगी.

मित्रो प्रोसेसर को कही नामो से पहचाना जाता है. जैसे CPU (central processing unit), central processor, microprocessor, इत्यादि. चाहे कंप्यूटर हो फिर मोबाइल फ़ोन सबमे एक प्रोसेसर होता है. जो की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. सीधे शब्द में कहे तो processor और कुछ नहीं बल्कि उस गैजेट का दिमाग होता है. जो की हर एक गतिविधि को कंट्रोल करता है. लेकिन आखिर यह प्रोसेसर क्या होता है?
What is processor in Hindi (प्रोसेसर क्या है?) –
जैसे किसी इंसान के बॉडी पार्ट्स और मूवमेंट पर दिमाग का कंट्रोल होता है. ठीक उसी प्रकार कंप्यूटर में हो रही प्रत्येक गतिविधि पर processor का नियंत्रण होता है. इसीलिये आम भाषा में इसे कंप्यूटर का ब्रेन कहा जाता है.
जरासल प्रोसेसर एक साधारण (मेमोरी कार्ड से थोडा बड़ा आकार) की चिप होती है. जिसके निचले हिस्से में हजारो, लाखो के तादात में ट्रांजिस्टर लगाये जाते है. प्रोसेसर को सिलिकॉन धातु से बनाया जाता है. बादमे उसे कंप्यूटर के मदरबोर्ड में फिट किया जाता है. यह बहुत ही नाजुक चीज होने के कारण इसे सॉकेट में लगाते वक्त बड़ी ही सावधानी रखी जाती है. साथ ही सिस्टम ज्यादा समय तक चलने के कारण processor गरम ना हो. इसिलिये heat sink और कुलिंग फेन का उपयोग किया जाता है.

प्रोसेसर छोटे आकार का होने के बावजूत, इसमें एक समय में trillions of calculation करने की क्षमता होती है. ये सभी कैलकुलेशन बाइनरी नंबर के आधार पर किये जाते है. Processor को बेसिकली प्रोसेस, कैलकुलेशन और डेटा को मूव करने के लिये बनाया गया है. चलिए अब इसके काम करने के तरीके को जानने की कोशिश करते है.
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How processor works (प्रोसेसर काम कैसे करता है ?)-
जब भी कोई यूजर instruction अथवा operation परफॉर्म करता है. सबसे पहले operating system उस request को समझाता है. और उस request को RAM में स्टोर करता है. अगले चरण में यूजर के निर्देशों को प्रोसेसर रैम में fetch करता है.
अब रिक्वेस्ट के ऊपर प्रक्रिया करने से पहले, processor यूजर द्वारा किये गये टास्क को अच्छेसे रीड (decode) करता है. रीडिंग होने के बाद प्रोसेसर उस टास्क के ऊपर कैलकुलेशन करता है. और यूजर को एक calculated और processed data फिरसे main memory के माध्यम से भेजता है.
डेटा को पूरी तरह से Execute करने से पहले उसे system bus से गुजरना पड़ता है. System bus कंप्यूटर में इस्तेमाल की जाने वाली communication system होती है. जिसे data को पुरे computer के components तक ट्रान्सफर करने के लिये इस्तेमाल किया जाता है.
यहापर प्रोसेसर को इस बात का ध्यान रखना पड़ता है. की data सही तरीकेसे processed हो गया है. अब उस इनफार्मेशन को सिस्टम बस के उपर करेक्ट order में arrange करना है. ताकि system bus उस data को other componetes तक ट्रांसफर कर सके. तो इसप्रकार user द्वारा request पर प्रोसेसर काम करता है. और calculated information वापिस भेजता है.
आसान और short शब्दों में, प्रोसेसर four steps में काम करता है. 1. Fetching, 2. Decoding 3. Executing, 4. Writeback
Fetch
Processor सबसे पहले memory से request को fetch करता है. मतलब उपभोगकर्ता ने क्या टास्क अथवा ऑपरेशन कीया. इसकी जानकारी main memory से निकालता है.
Decode
अब fetched information को processor रीड करता है. और यह figure out करता है. की अब क्या करना है.
Execute
अब तीसरे चरण में डेटा के ऊपर operation किया जाता है. और उसे execute भी किया जाता है. calculated data को प्रोसेसर सिस्टम बस के सहायता से फिरसे ट्रांसफर करता है.
Writeback
यह आखरी step है. जहापर प्रोसेसर को calculated data को RAM को स्टोर करना पड़ता है. ताकि इस बात का पता चले. की, आउटपुट कहा गया है. ये सब depend करता है. की उस particular समय पर कोंसा एप्लीकेशन रन था.
History of processor in Hindi
- Baron Jons Jakob Berzelius जो एक स्वीडीस रसायनशास्त्री है. उन्होंने सबसे पहले 1823 में Silicon (Si) की खोज की थी. सिलिकॉन प्रोसेसर बनाने के लिये सबसे महत्वपूर्ण कॉम्पोनेन्ट है.
- जॉन बार्डीन, वाल्टर ब्रेटन, और विलियम शॉकले ने 23 दिसंबर 1947 बेल लेबोरेटरी में पहले ट्रांसिस्टर का अविष्कार किया. बादमे तीनो वैज्ञानिको को ट्रांसिस्टर पर काम करने के लिये नोबल प्राइज भी मिला.
- दुनिया का पहला integrated circuit (IC) का अविष्कार रॉबर्ट नोयस और जैक किल्बी ने किया. 12 सितंबर 1958 को पहले आईसी का प्रदर्शन किया गया था.
- रॉबर्ट नोयस और गॉर्डोन मूर ने सन 1968 में Intel कंपनी की स्थापना की. इंटेल आजके मार्केट में प्रोसेसर बनाने वाली सबसे प्रचलित कंपनी है.
- एक और प्रोसेसर उत्पादन करने वाली कंपनी AMD (Advanced Micro Devices) की स्थापना 1 मे 1969 में हुयी.
- 15 नवम्बर 1971 में इंटेल पहला माइक्रोप्रोसेसर लांच कर दिया. जिसका नाम कंपनी ने Intel 4004 ऐसा रखा था. Intel 4004 में कुल 2300 ट्रांजिस्टर लगाये गये थे. जो की एक सेकंद में 60,000 ऑपरेशन परफॉर्म कर सकता था.
1971 के बाद इंटेल एक से बढ़कर एक प्रोसेसर को लांच करता गया. जैसे Intel 8080, Pentium processor, Celoron, Core 2 duo processor, core 2 quad processor, i3, i7, i9 जैसे प्रोसेसर एक बाद एक मार्केट में आते रहे. उसके साथ ही मार्केट की other कंपनी अपने-अपने मॉडल lanuch करती आ रही है.
Basic knowledge of processor in Hindi
अगर आप कभी लैपटॉप और कंप्यूटर खरीदने जाए. तो किसी की मदत भी ना लेनी पड़े. साथ ही आप अच्छा performance वाला processor वाला system चुने. इसीलिये आपको कुछ बेसिक नॉलेज होनी चाहिये. इसीलिये कुछ terms के कुछ बारे में सीखते है.
What is core in processor – प्रोसेसर में यह कोर क्या होता है?
जब भी बाजार और मार्किट में कोई नया लैपटॉप अथवा कंप्यूटर खरीदने जाते है. तो अस्कर हम single core, dual core, quad core के बारे में सुनते है. लेकिन ये core क्या होता है?
बेसिकली कोर प्रोसेसर में लगा पार्ट होता है. जरासल कोर किसी भी टास्क को परफॉर्म करने का काम करता है. तो हमेशा याद रखिये. जितने ज्यादा core होंगे, उतना प्रोसेसर multitasking बिना रुकावट सेम स्पीड में करेगा.
बाजार में available प्रोसेसर और उनमे लगे core.
- Single core – 1 कोर
- Dual core – 2 कोर
- Quad core – 4 कोर
- Hexa core – 6 कोर
- Octa core – 8 कोर
- Deca core – 10 कोर
Processor में Clock Speed क्या है?
इसे alternately क्लॉक रेट, प्रोसेसर स्पीड भी कहा जाता है. आपने कही बार देखा होगा. जब हम लैपटॉप खरीदने जाते है. तो वो दुकानदार हमसे यह कहता है. की, यह लैपटॉप 2.4 GHz processor का है. और यह लैपटॉप 3.4 GHz प्रोसेसर का है.
जाने अनजाने में हम यह मान लेते है. की 3.4 GHz का processor 2.4 GHz से ज्यादा fast होगा. लेकिन ये क्लॉक स्पीड है क्या?
मित्रो हमारे कंप्यूटर में काफी सारे सर्किट होते है. जिन्हें कोई टास्क करने के लिये कही बार on और off होना पड़ता है. मानलो जैसे हम हमारे घरके लाइट का स्विच ओन और ऑफ करते है. तो वो लाइट भी चालु बंद होता है. ठीक उसी प्रकार प्रोसेसर में circuit के स्विच कितने बार on और off होते है. साथ ही एक प्रोसेसर एक क्लॉक साइकिल में कितने इंस्ट्रक्शन को execute करता है. इसे clock speed में नापा जाता है.
अब जैसे हमने हर measurement को कोई न कोई unit दिया है. ठीक उसी प्रकार क्लॉक स्पीड को आजके जमाने में GHz(गीगाहर्ट्ज़) में count करते है. बहुत समय पहले जब टेक्नोलॉजी इतनी advance नहीं थी. तब क्लॉक स्पीड Hz (हर्टझ) और मध्य समय में MHz (मेगाहर्टझ) में डिफाइन की जाती थी. लेकीन जैसे-जैसे समय बदलता है. टेक्नोलॉजी में भी बदलाव होता है. और अभी हमारे पास लेटेस्ट clock speed को डिफाइन करने के लिये GHz(गीगाहर्ट्ज़) unit है.
- 1 MHz = 1 Million Hz (10 Lakh) – इसका मतलब की 1 मेगाहर्ट्ज़ में जो CPU सर्किट है. वो 10 लाख बार on और off होता है.
- 1 GHz = 1 Billion Hz (100 crore) – इसका मतलब की 1 गीगाहर्ट्ज़ में जो CPU सर्किट है. वो 100 करोड़ बार on और off होता है.
प्रोसेसर में Generations & Nanometer क्या होता है?
हमने कही बार सुना होता है. की यह processor 1st जनरेशन का है. ये 6th generation का है. या फिर 7th generation का है. बहुत लोग तो इसके बारे में भी नहीं सूना होता है. खेर लेकिन वास्तव में यह generation क्या है.
हर कंपनी अपने processor की परफोर्मेंस improve करने के लिये कुछ ना कुछ changes करती रहती है. अब यह changes मतलब कंपनी डिजाईन और architecture में बदलाव करती रहती है. जिसके वजह से हर एक नये generation में हमे अच्छे रिजल्ट और परफोर्मेंस देखने को मिलते है.
अभी कंपनी generation में किस तरह के architecture का बदलाव करती है. उसके बारे में example की मदत से समझते है. उदाहरन के लिये हम यहापर इंटेल के generation का table देखते है.
Year | Intel core generation | Architecture in nm(nanometer) |
2008 | 1st | 45nm |
2010 | 1st | 32nm |
2011 | 2nd | 32nm |
2012 | 3rd | 22nm |
2013 | 4rth | 22nm |
2014 | 4rth | 22nm |
2014 | 5th | 14nm |
2015 | th | 14nm |
2016 | 7th | 14nm+ |
2017 | 7th | 14nm++ |
2017 | 8th | 14nm+++ |
यहापर आप ऊपर देख सकते है. इंटेल का 1st generation 45nm का था फिर 22nm का था. और अब हमारे पास लेटेस्ट प्रोसेसर 14nm के architecture पर base है. हर एक जनरेशन बेटर कैसे होता जाता है. यह देखते है. लेकिन उससे पहले हम यह nm(nanometer) क्या है. यह समझते है.

जैसे की मैंने आपको शुरुवात में ही बताया. की, जो हर IC यानि प्रोसेसर की चिप होती है. उसके निचके हिस्से में कही सारे ट्रांसिस्टर लगे होते है. अब ये जो ट्रांसिस्टर के बिचका जो डिस्टेंस होता है. वो ही nm होता है.
अब एक transistor लगाने के लिये जितना कम साइज़ लगेगा उतने ज्यादा ट्रांजिस्टर बैठेंगे. दूसरी बात transistor में इलेक्ट्रान होते है. तो logically दो ट्रांसिस्ट के बिच जितना कम distance होगा. उतने ही तेजी इलेक्ट्रान इधर-उधर मूव होते है. जिस्से power supply भी कम लगेगा. साथ ही परफोर्मेंस भी तेज होगी.
Conclusion-
इस लेख में मैंने आपको समझाया. की, प्रोसेसर क्या है? (what is processor in Hindi). में उम्मीद करता हूँ. की आपको यह गाइड बहुत पसंद आया होगा. क्योंकि मैंने इस लेख में हर एक टर्म और बेसिक जानकारी प्रदान करने की कोशिश की है. इस लेख को पढने के बाद आपकी knowlegde भी improve होगी. साथ जब भी आप कोई नया device खरीदने जायेंगे. तो ये ज्ञान आपको काम आयेगा.
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